MP Teacher Vacancy 2025: दोस्तों, क्या आप जानते हैं कि मध्य प्रदेश के सरकारी स्कूलों में छात्रों की पढ़ाई पर संकट मंडरा रहा है? वजह है शिक्षकों की भारी कमी। खासकर Science Teachers की बात करें, तो यहां हालात बेहद चिंताजनक हैं। सरकारी स्कूलों में विज्ञान के 3500 से ज्यादा पद खाली पड़े हैं, लेकिन इस साल इन्हें भरने की कोई योजना नहीं बनाई गई है। आइए, इस मुद्दे पर विस्तार से चर्चा करते हैं।
MP Teacher Vacancy 2025
MP Teacher Recruitment 2025
MP TET Varg 2 Bharti 2025
MP Teacher Vacancy 2025 New Update
मध्य प्रदेश के सरकारी स्कूलों में विज्ञान शिक्षकों की कमी ने छात्रों की शिक्षा पर बड़ा असर डाला है। पिछले साल की बोर्ड परीक्षाओं में विज्ञान विषय में सबसे ज्यादा छात्र फेल हुए। यह साफ दर्शाता है कि बिना योग्य शिक्षकों के बच्चों को बेहतर शिक्षा मिलना मुश्किल है।
42,000 पद रहेंगे खाली
मध्य प्रदेश कर्मचारी चयन मंडल (ESB) ने माध्यमिक स्कूलों के लिए 7929 शिक्षकों की MP TET Varg 2 Bharti 2025 परीक्षा की घोषणा की है। हालांकि, इन पदों पर भर्ती के बाद भी 42,000 से ज्यादा पद खाली रहेंगे। सबसे ज्यादा कमी विज्ञान, गणित और अंग्रेजी जैसे अहम विषयों के शिक्षकों की है।
Science Teachers के लिए नहीं निकली भर्ती
दोस्तों, इस साल ESB ने विज्ञान शिक्षकों की भर्ती के लिए कोई योजना नहीं बनाई है। यह स्थिति तब है जब स्कूलों में विज्ञान के 3500 पद खाली हैं। शिक्षा विभाग की इस अनदेखी का खामियाजा छात्रों को उठाना पड़ रहा है।
माध्यमिक शिक्षकों के 50,000 पद खाली
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, माध्यमिक शिक्षकों के 50,000 से ज्यादा पद खाली हैं। इनमें अंग्रेजी, गणित और हिंदी जैसे मुख्य विषयों के पद भी शामिल हैं। खाली पदों की वजह से परीक्षा परिणाम पर भी बुरा असर पड़ रहा है।
पिछले साल पांचवीं और आठवीं बोर्ड परीक्षा में हजारों बच्चे फेल हो गए। विज्ञान, गणित और अंग्रेजी में सबसे ज्यादा बच्चे असफल हुए।
पांचवीं कक्षा:
- अंग्रेजी: 1.09 लाख
- गणित: 1.03 लाख
- हिंदी: 1.15 लाख
आठवीं कक्षा:
- विज्ञान: 1.41 लाख
- गणित: 1.46 लाख
- हिंदी: 1.46 लाख
English Teachers की भी है कमी
मध्य प्रदेश के स्कूलों में अंग्रेजी शिक्षकों की स्थिति भी खराब है। 23,300 पद खाली हैं, लेकिन केवल 1970 पदों पर ही भर्ती प्रक्रिया शुरू हुई है। इसी तरह, गणित के 12,900 पद खाली हैं, लेकिन केवल 1470 पदों पर भर्ती की जा रही है।
स्कूल शिक्षा विभाग के सचिव डॉ. संजय गोयल का कहना है कि प्राथमिक और माध्यमिक स्कूलों में खाली पदों पर भर्ती की जा रही है। साथ ही, आगे और भर्तियां भी की जाएंगी। लेकिन सवाल यह है कि क्या यह प्रक्रिया इतनी तेज होगी कि बच्चों को समय पर शिक्षकों की सुविधा मिल सके?
दोस्तों, सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की कमी को दूर करना बेहद जरूरी है। यह समस्या सिर्फ एक आंकड़ा नहीं है, बल्कि लाखों बच्चों के भविष्य से जुड़ा मुद्दा है। शिक्षा विभाग को चाहिए कि प्राथमिकता के आधार पर खाली पदों को भरे और छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराए।
मध्य प्रदेश के सरकारी स्कूलों में विज्ञान शिक्षकों की कमी एक गंभीर समस्या है। सरकार को चाहिए कि वह जल्द से जल्द भर्ती प्रक्रिया शुरू करे। दोस्तों, आप इस विषय पर क्या सोचते हैं? अपनी राय जरूर साझा करें।