MP Guest Teacher New Update: मध्यप्रदेश के सरकारी स्कूलों में काम करने वाले अतिथि शिक्षकों के लिए अब E-Attendance (ऑनलाइन उपस्थिति) अनिवार्य कर दी गई है। अगर किसी शिक्षक ने एप पर अपनी हाज़िरी नहीं लगाई, तो उसका मानदेय रोका जाएगा। यह आदेश लोक शिक्षण संचालनालय (DPI) ने नए शैक्षणिक सत्र 2025-26 के लिए जारी किया है।
“हमारे शिक्षक” ऐप से करनी होगी उपस्थिति दर्ज
अब अतिथि शिक्षक भी सरकारी शिक्षकों की तरह “हमारे शिक्षक” मोबाइल ऐप के ज़रिए अपनी डेली अटेंडेंस दर्ज करेंगे। शुक्रवार से यह सिस्टम पूरे प्रदेश में लागू हो चुका है। DPI ने साफ कहा है कि E-Attendance के बिना किसी भी अतिथि शिक्षक को मानदेय नहीं मिलेगा।
60 हजार से ज्यादा अतिथि शिक्षक इस आदेश के दायरे में आएंगे।
जिलेवार निगरानी के निर्देश
हर जिले के शिक्षा अधिकारियों को इस व्यवस्था को सख्ती से लागू करवाने के निर्देश दिए गए हैं। इसका मतलब है कि अब अटेंडेंस में लापरवाही चलने वाली नहीं है।
री-ज्वाइनिंग का अंतिम मौका भी खत्म
पूर्व में कार्यरत अतिथि शिक्षकों को DPI ने रिक्त पदों पर दोबारा नियुक्ति (री-ज्वाइनिंग) का आखिरी मौका भी दिया था। इन शिक्षकों को गुरुवार तक स्कूलों में फिर से ज्वाइन करना था। अब शुक्रवार से खाली पदों की फिर से समीक्षा की जाएगी।
पोर्टल की गड़बड़ियों से बढ़ी परेशानी
- DPI के इस निर्देश के बीच, शिक्षा पोर्टल 3.0 की खामियों ने कई अतिथि शिक्षकों की परेशानी और बढ़ा दी है।
- बहुत से स्कूलों में रिक्त पदों की सही जानकारी अपडेट नहीं हुई
- इस कारण से कई शिक्षक च्वाइस फिलिंग नहीं कर पाए
- नए आवेदकों के स्कोर कार्ड भी जनरेट नहीं हो पा रहे हैं
- इन समस्याओं के कारण कई अतिथि शिक्षकों को DPI ऑफिस के चक्कर लगाने पड़ रहे हैं।
अब लापरवाही नहीं चलेगी
सरकार साफ कर चुकी है कि अब हर चीज़ डिजिटल और ट्रैकिंग बेस्ड होगी। E-Attendance से पारदर्शिता बढ़ेगी, लेकिन तकनीकी खामियों को ठीक करना भी ज़रूरी है। वरना नियमों की सख्ती से पहले ही परेशान अतिथि शिक्षक और ज़्यादा दबाव में आ सकते हैं।
Important Link:-
- GFMS Official Website:- Click Here
Good post. I learn something totally new and
challenging on websites I stumbleupon every day. It will always be exciting to read content from other writers and practice
something from other web sites. https://yv6bg.mssg.me/