MPESB New Update 2025: दोस्तों, मध्य प्रदेश कर्मचारी चयन मंडल (MPESB) भोपाल से एक बड़ी खबर आई है! अगर आप भी MPESB की परीक्षाओं में शामिल होते हैं तो ये खबर आपके लिए जानना बहुत जरूरी है। दरअसल, MPESB ने Normalization Method को खत्म कर दिया है! MPESB New Update 2025 के तहत अब रिजल्ट बनाने का तरीका बदलने वाला है।
MPESB New Update 2025
MPESB भोपाल के परीक्षा नियंत्रक ने 13 जनवरी 2025 को एक आदेश जारी किया है। ये आदेश 1 जनवरी 2025 से लागू हो गया है। आदेश में साफ-साफ लिखा है कि अब से एक से ज्यादा शिफ्ट में होने वाली परीक्षाओं में Normalization Method का इस्तेमाल नहीं किया जाएगा। यानी, पहले जो नंबरों को बराबर करने के लिए एक फार्मूला लगाया जाता था, वो अब नहीं लगेगा।
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क्या है Normalization Method?
Normalization Method उन परीक्षाओं में इस्तेमाल होता था जो एक से ज्यादा दिन या शिफ्ट में होती थीं। इसका मकसद ये था कि अलग-अलग शिफ्ट में पेपर की कठिनाई के स्तर में अंतर होने पर किसी स्टूडेंट को नुकसान न हो। लेकिन, इस तरीके में कई बार कुछ गड़बड़ियां सामने आती थीं, जिसकी वजह से रिजल्ट पर सवाल उठते थे।
क्यों खत्म की गई ये पद्धति?
दरअसल, Normalization Method व्यापम घोटाले के समय शुरू हुई थी। तब भी इसका काफी विरोध हुआ था। हाल ही में, जब कुछ छात्रों को इस पद्धति के कारण 100 से ज्यादा नंबर मिल गए, तो फिर से सवाल उठने लगे। लोगों को ये बात समझ नहीं आ रही थी कि जब पेपर 100 नंबर का है तो किसी को 100 से ज्यादा नंबर कैसे मिल सकते हैं! MPESB ने सफाई देने की बहुत कोशिश की, लेकिन लोग संतुष्ट नहीं हुए।
नया फार्मूला क्या है?
अब सबसे बड़ा सवाल ये है कि Normalization Method के खत्म होने के बाद रिजल्ट कैसे बनेगा? MPESB ने अपने आदेश में ये भी बताया है कि Normalization Method की जगह एक नया फार्मूला और तकनीक इस्तेमाल की जाएगी। हालांकि, अभी तक ये साफ नहीं है कि ये नया फार्मूला क्या होगा। MPESB जल्द ही इस बारे में जानकारी देगा। जैसे ही कोई नई अपडेट आएगी, हम आपको जरूर बताएंगे।
MPESB New Update 2025
अगर आप MPESB की किसी परीक्षा में शामिल होने वाले हैं, तो आपको इस नए बदलाव के बारे में जानकारी रखनी चाहिए। MPESB की वेबसाइट पर नजर रखें और देखें कि नए फार्मूले के बारे में क्या जानकारी दी जाती है।
ये बदलाव इसलिए जरूरी है क्योंकि इससे रिजल्ट में पारदर्शिता आएगी और छात्रों को ये समझने में आसानी होगी कि उन्हें कितने नंबर मिले हैं। Normalization Method में कई बार छात्रों को ये समझ में नहीं आता था कि उनके नंबर कैसे बदले गए। उम्मीद है कि नए फार्मूले से ये समस्या दूर हो जाएगी।
व्यापम घोटाले के बाद जब संस्था का नाम बदलकर प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड भोपाल किया गया, तब भी रिजल्ट बनाने का तरीका नहीं बदला था। Normalization Method पर लगातार सवाल उठते रहे। अब जबकि इस पद्धति को खत्म कर दिया गया है, तो उम्मीद है कि MPESB की परीक्षाओं में और ज्यादा पारदर्शिता आएगी।
ये बदलाव 2025 से लागू हो रहा है, तो इसे एक नई शुरुआत के तौर पर देखा जा सकता है। उम्मीद है कि MPESB का ये कदम छात्रों के लिए बेहतर साबित होगा।
तो दोस्तों, ये थी MPESB New Update 2025 के Normalization Method को खत्म करने की खबर। जैसे ही नए फार्मूले के बारे में कोई जानकारी मिलेगी, हम आपको तुरंत अपडेट करेंगे।