“दिवाली से पहले लाडली बहनों को मुख्यमंत्री मोहन यादव का बड़ा तोहफा – अब मिलेंगे ₹1500 हर महीने”
भोपाल। दिवाली से पहले मध्य प्रदेश की लाडली बहनों को बड़ी सौगात मिलने जा रही है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने लाडली बहना योजना की राशि में बढ़ोतरी का ऐलान किया है। अब इस योजना के अंतर्गत पात्र महिलाओं को ₹1250 के बजाय हर महीने ₹1500 मिलेंगे। यह बढ़ी हुई राशि 15 अक्टूबर से सीधे उनके बैंक खातों में ट्रांसफर की जाएगी।
इस योजना से राज्य की 1 करोड़ 27 लाख से अधिक बहनों को सीधा लाभ मिलने वाला है। सरकार का कहना है कि यह कदम महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक और मजबूत पहल है, जिससे महिलाएं न केवल आत्मनिर्भर बनेंगी बल्कि अपनी आवश्यकताओं की पूर्ति में भी सक्षम होंगी।
मुख्यमंत्री मोहन यादव के अनुसार, “हमने जो वादा किया था कि लाडली बहनों को आने वाले वर्षों में ₹3000 प्रति माह तक सहायता दी जाएगी, उसकी दिशा में पहला पक्का कदम उठा लिया गया है। यह केवल दिवाली गिफ्ट नहीं बल्कि महिलाओं की आर्थिक मजबूती की ओर बढ़ता कदम है।”
सरकार के इस फैसले को लेकर महिलाओं में जबरदस्त उत्साह देखा जा रहा है, खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में। योजना से लाभान्वित होने वाली अधिकांश महिलाएं आर्थिक रूप से कमजोर तबके से आती हैं, और उनके लिए यह आर्थिक मदद किसी संजीवनी से कम नहीं।
“मध्य प्रदेश में महिला सशक्तिकरण को मिला नया बल, लाडली बहनों को अब हर महीने ₹1500”
भोपाल। मध्य प्रदेश सरकार ने लाडली बहना योजना के तहत एक बड़ा फैसला लेते हुए योजना की राशि को ₹1250 से बढ़ाकर ₹1500 कर दिया है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव 15 अक्टूबर को एक भव्य कार्यक्रम के माध्यम से इस नई राशि को एक क्लिक के जरिए लगभग 1.27 करोड़ बहनों के खातों में ट्रांसफर करेंगे।
यह योजना राज्य की महिलाओं को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने के लिए शुरू की गई थी। पहले यह सहायता ₹1000 से शुरू हुई थी, जो अब चरणबद्ध तरीके से बढ़कर ₹1500 तक पहुंच गई है। मुख्यमंत्री ने पहले भी रक्षाबंधन पर ₹250 एक्स्ट्रा देने का ऐलान किया था, लेकिन अब यह राशि स्थायी रूप से बढ़ा दी गई है।
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने स्पष्ट किया है कि उनका लक्ष्य अगले कुछ वर्षों में यह राशि ₹3000 प्रति माह तक पहुंचाना है। यह घोषणा विपक्ष द्वारा उठाए गए सवालों का भी सीधा जवाब है कि सरकार केवल चुनावी फायदे के लिए वादे कर रही थी। अब, योजना में हुई यह स्थायी बढ़ोतरी विपक्ष की आलोचना का जवाब बन गई है।
इस योजना के तहत ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं को विशेष लाभ मिल रहा है। संवाददाता शब्बीर अहमद के अनुसार, “जब हम इन बहनों से बात करते हैं, तो उनकी आंखों में उम्मीद और चेहरे पर मुस्कान साफ दिखती है। यह योजना केवल आर्थिक सहायता नहीं, बल्कि महिलाओं के जीवन में बदलाव का माध्यम बन रही है।”
महिलाओं ने इस निर्णय का स्वागत किया है और कहा है कि यह पैसे वे बच्चों की पढ़ाई, घर की जरूरतों और खुद के छोटे-मोटे व्यवसाय के लिए इस्तेमाल करेंगी।